मुझे जो सही लगता है मैं करता हूँ, फिर चाहे वो भगवान के खिलाफ हो, क़ानून के खिलाफ हो या पूरे सिस्टम के खिलाफ
फिल्म: सरकार
पिस्तौल की गोली और लौंडिया की बोली जब चलती है ... तोह जान दोनों में ही खतरे में होती है